• हमें बैडमिंटन में नहीं, हर खेल में गोपीचंद चाहिए…

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    आम तौर पर कहा जाता है कि एक असफल खिलाड़ी अच्छा कोच साबित होता है। लेकिन यह कहावत भारतीय बैडमिंटन के द्रोणाचार्य पुलेला गोपीचंद पर खरी नहीं उतरती है। साल 2001 में ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतने वाले पुलेला गोपीचंद एक सफल बैडमिंटन खिलाड़ी रहे हैं लेकिन बतौर कोच वह ज्यादा सफल हो रहे हैं। लगातार दो ओलंपिक खेलों में देश के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों में एक चीज कॉमन है कि दोनों के कोच पुलेला गोपीचंद ही थे।

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  • आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवार की व्यथा-कथा : उनकी पीड़ा नसों में तेज़ाब भर देती है, पर नेता को कुछ नहीं होता

     

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    मध्य प्रदेश का चंबल का इलाका एक समय डकैतों के लिए जाना जाता था, चंबल का नाम लेते ही वहां के  बीहड़ और डकैतों की कहानियां हर किसी के जेहन में उभर आती थीं. लेकिन आज चंबल के बीहड़ में गोलियों की आवाज नहीं, किसानों की आत्महत्या के कारण पीड़ित परिवारों से रुदन के स्वर सुनाई पड़ते हैं. अत्याचार के खिलाफ बंदूक उठाकर बीहड़ में कूदने वाला किसान आज विवश होकर आत्महत्या का रास्ता चुन रहा है. सरकारों की उपेक्षा और अमानवीयता के कारण अब किसानों का अपने पैरों पर उठ खड़ा हो पाना मुश्किल नजर आ रहा है. आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवार की व्यथा-कथा सुनें तो उनकी पीड़ा आपकी नसों में तेजाब भर देती है, पर नेताओं-नौकरशाहों को कुछ नहीं होता. [Read More…]

  • कितना सफल होगा स्टार्टअप इंडिया

    startupindia_big3एक आइडिया आपकी किस्मत बदल सकता है, आइडिया मोबाइल का यह विज्ञापन फ्लिपकार्ट जैसी कंपनी के ऊपर बिल्कुल खरा उतरता है. 2007 में महज 10 हज़ार रुपये से शुरू हुई यह कंपनी आज तक़रीबन 61 सौ करोड़ रुपये की हो गई है. आज इस कंपनी में 33 हज़ार से भी ज़्यादा कर्मचारी काम करते हैं. यह स्टार्टअप की सफलता का जीता-जागता उदाहरण है, जिसके बल पर फ्लिपकार्ट के संस्थापक सचिन एवं बिन्नी बंसल देश के सौ सबसे अमीर लोगों की फेहरिस्त में शामिल हो गए. ऐसा पहली बार है, जब किसी ई-कॉमर्स कंपनी के संस्थापक को इस फेहरिस्त में जगह मिली. देश का ऐसा कौन-सा युवा है, जो सचिन एवं बिन्नी की राह पर नहीं चलना चाहता? देश के युवाओं के ऐसे ही सपनों को पंख देने के लिए भारत सरकार ने स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की है. धन और संसाधनों की कमी के चलते हर साल न जाने कितने आइडिया मूर्त रूप लेने से पहले दम तोड़ देते हैं. हो सकता है, उनमें से कई आइडिया एप्पल, फ्लिपकार्ट या ओयो जैसी किसी कंपनी का रूप ले लेते. देश के पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय अब्दुल कलाम भी कहते थे कि सपने देखो और उन्हें पूरा करने की कोशिश करो. पिछले साल लाल किले के प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवा भारत के लिए स्टार्टअप इंडिया नामक सपने का जिक्र किया था. अब पांच महीने बाद उनकी सरकार ने इसे मूर्त रूप दे दिया है, ताकि युवा अपने सपने पूरे कर सकें. प्रधानमंत्री देश के युवाओं से लगातार कहते रहे हैं कि वे नए आइडिया के  साथ ऐसा काम शुरू करें, जो कुछ अलग हो, नया हो, एक मिसाल हो, जो आपको और देश को आगे बढ़ाता हो. देश में ज़्यादातर स्टार्टअप्स युवा उद्यमियों ने शुरू किए हैं और इसमें अब भी बहुत संभावनाएं हैं. प्रधानमंत्री की योजना इन्हीं संभावनाओं को हकीकत में बदलने की है. [Read More…]

  • पंजाब विधान सभा चुनाव-2017 : मुक्तसर मेले का सियासी दंगल

    551पंजाब के  मुक्तसर में हर साल माघ के महीने में लगने वाला माघी मेला इस बार चुनावी दंगल में तब्दील हो गया है. इस मेले में हजारों की संख्या में सिख श्रद्धालु जुटते हैं. साल-2017 में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और अकाली दल ने अपना-अपना शक्तिप्रदर्शन करते हुए इस धार्मिक मेले को सियासी रंग में रंगने की पुरजोर कोशिश की. पंजाब में सालों से कांग्रेस और अकाली-बीजेपी गठबंधन की सरकारें बारी-बारी से आती रही हैं. लेकिन आम आदमी पार्टी ने राज्य की राजनीति में एक नई हलचल पैदा करते हुए इस द्विपक्षीय लड़ाई को त्रिपक्षीय कर दिया है. इसका नमूना 14 जनवरी को हुई रैली में देखने को मिला. [Read More…]

  • चलते-फिरते आयुध कारखाने : बारूद और हथियार के कारीगर मांग रहे रोज़गार

    21 (1)दिल्ली के जंतर-मंतर पर पिछले एक महीने से आयुध कारखाने (ऑर्डिनेंस फैक्ट्री) के हज़ारों पूर्व शिक्षु अप्रेंटिस (संशोधन) एक्ट-1961 की धारा-22 के तहत अप्रेंटिस भर्ती नीति लागू करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं. केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमएसडीएस) के तहत अप्रेंटिस एक्ट-1961 की धारा 22 की उपधारा एक में संशोधन किया है. इस एक्ट की धारा 22 में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि प्रत्येक नियोक्ता ऐसे शिक्षु, जिसने उसके स्थापन में शिक्षुता प्रशिक्षण की अवधि पूरी कर ली है, को भर्ती करने के लिए अपनी स्वयं की नीति तैयार करेगा. अप्रेंटिस (संशोधन) एक्ट-1961 को लोकसभा ने 14 अगस्त, 2014 और राज्यसभा ने 26 नवंबर, 2014 को पास किया था. उसके बाद राष्ट्रपति ने भी इस क़ानून को मंजूरी दे दी थी. क़ानून में संशोधन हुए एक साल गुज़र चुका है, लेकिन अब तक आर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड, कोलकाता एक्स अप्रेंटिसों को नौकरी मुहैया कराने से संबंधित नीति नहीं बना सका. नीति निर्माण की प्रक्रिया बहुत लचर तरीके से चल रही है. सरकार द्वारा क़ानून में संशोधन के बावजूद अभी भी आएदिन खुली भर्तियां निकल रही हैं. [Read More…]

  • इंडियन सुपर लीग सीजन-2 : चेन्नई बना चैंपियन

    ROY14958आईएसएल के दूसरे सीजन के फाइनल मुक़ाबले में चेन्नईयन एफसी ने मेजबान गोवा 3-2 के अंतर से हराकर खिताब पर क़ब्जा कर लिया. मैच के पहले हाफ में मुक़ाबला बराबरी पर था, दोनों ही टीमें पहले हाफ में कोई गोल नहीं कर सकीं. लेकिन दूसरे हाफ में दोनों टीमों ने आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया. चेन्नई के ब्रूनो पेलीसारी ने मैच के 54वें मिनट में पेनल्टी के जरिए गोल करके टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी. बहरहाल, चेन्नई की यह बढ़त ज्यादा देर तक नहीं टिकी. मैच के 58वें मिनट में थोंगखोसिएम होकिप के गोल की बदौलत गोवा ने 1-1 से बराबरी कर ली. 87वें मिनट तक मुक़ाबला 1-1 की बराबरी पर था, लेकिन 87 वें मिनट में ज्योसफ्रे ने गोवा की ओर से गोल दागा. 2-1 की बढ़त देख गोवा के प्रशंसक स्टेडियम में झूमने लगे. लेकिन उनकी यह खुशी 3 मिनट से ज्यादा नहीं टिक सकी. [Read More…]

  • व्यापमं घोटाला : सीबीआई जांच से तेज़ ज़मानत की रफ्तार

    00बीती 9 जुलाई को व्यापमं मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को सौंपी थी तब ऐसा लगा था कि सीबीआई जल्द से जल्द इस मामले की जांच करके आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा देगी. विडंबना देखिए, हुआ इसका उल्टा. पिछले छह महीने में सीबीआई ने ऐसी जांच की कि वह उन आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र भी नहीं दायर कर सकी जिन्हें एसआईटी ने हाईकोर्ट की निगरानी में सलाखों के पीछे पहुंचाया था. इसके बाद एक-एक करके व्यापमं मामले के बड़े-बड़े आरोपी जेल से बाहर आने में सफल हो गए. जमानत पर रिहा होने वालों में हालिया नाम मध्य प्रदेश के पूर्व उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा का है. शर्मा पिछले 18 महीने से जेल में थे, लेकिन सीबीआई द्वारा उनके  खिलाफ चलान न पेश कर पाने की वजह से जबलपुर हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी. जून 2014 में मध्य प्रदेश सरकार में रहते हुए व्यावसायिक भर्ती परीक्षाओं में धांधली के आरोप में उन्हें जेल भेजा गया था. उनके  खिलाफ सात मामले दर्ज किए गए थे. छह मामलों में उन्हें पहले ही जमानत मिल चुकी थी लेकिन अंतिम मामले में उन्हें जमानत मिलने में लंबा वक्त लग गया. [Read More…]

  • खराब पिचों के कारण : टेस्ट किक्रेट तमाशा बन गया है

    kohaliiiiiiiiiiiiभारतीय उप-महाद्वीप में खराब पिच को लेकर हमेशा से सवाल खड़े होते रहे हैं. भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेली जा रही हालिया टेस्ट सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में यह सवाल एक बार फिर जीवंत हो उठा. दोनों देशों के बीच मोहाली में खेला गया पहला टेस्ट तीन दिन में समाप्त हो गया, बैंगलुरू में खेला गया दूसरा टेस्ट बारिश की भेंट चढ़ गया, इसके बाद नागपुर में खेले गए सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच भी तीसरे दिन ही खत्म हो गया और?भारत ने सीरीज में अपराजेय बढ़त हासिल कर ली. ऐसे में पिच पर सवाल उठने भी लाजिमी थे. नागपुर में तो अप्रत्याशित तौर पर पहले ही दिन पिच टूटने लगी. यदि दूसरे दिन लंच तक पिच से धूल उड़ने लगे तो गेंद जरूरत से ज्यादा स्पिन होगी ही. ऐसे में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेेबाजों के पास आर अश्विन, रविंद्र जड़ेजा और अमित मिश्रा की घूमती गेंदों का कोई जवाब नहीं था और वे एक-एक करके  धराशायी होते चले गए. [Read More…]

  • रफ़्तार के शहंशाह : मिचेल जॉनसन का संन्यास

    GettyImages-497495248_rdax_साल 2015 ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के  लिए संन्यास का साल बनकर आया है, एक के बाद एक छह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने इस साल टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया. संन्यास लेने वाले छठवें खिलाड़ी तेज़ गेंदबाज मिचेल जॉनसन हैं. मिचेल से पहले माइकल क्लार्क, ब्रेड हैडिन, क्रिस रोजर्स, रेयान हैरिस और शेन वाटसन ने भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. मिचेल ने न्यूजीलैंड के  ख़िलाफ पर्थ में खेले जा रहे श्रृंखला के दूसरे टेस्ट के चौथे दिन संन्यास की घोषणा की. उन्होंने संन्यास का ऐलान करते हुए कहा कि, मुझे लगता है कि क्रिकेट को अलविदा कहने का यह सही समय है. मैं काफी भाग्यशाली रहा हूं कि मेरा करियर शानदार रहा और देश के लिए खेलते हुए मैंने प्रत्येक क्षण का मजा लिया. यह एक अद्‌भुत सफर था लेकिन इस सफर को कहीं तो रुकना ही था और वाका में ऐसा करना बेहद खास है. मैंने काफी सोच-विचार कर यह फैसला लिया है. मुझे नहीं लग रहा था कि इस मैच के  बाद मैं उसी जोश के साथ प्रदर्शन कर पाऊंगा. [Read More…]

  • बिहार विधानसभा में बाहुबलियों की बहार

    Page-04बिहार में राजनीति और अपराध का बहुत पुराना नाता रहा है. पहले यहां राजनेता बाहुबलियों के बल पर राजनीति करते थे, लेकिन समय के साथ बाहुबली भी राजनीति में आ गए. आज भी यहां बाहुबलियों को जीत की गारंटी समझा जाता है, इसलिए इस बार भी सभी दलों ने अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए बाहुबलियों को टिकट देने में किसी तरह का गुरेज नहीं किया. एनडीए हो या महागठबंधन या अन्य दल, सभी ने दिल खोलकर बाहुबलियों को टिकट दिए. सभी ने बाहुबलियों पर बड़ा दांव खेलते हुए उन्हें चुनावी मैदान में उतारा था. जहां बाहुबली स्वयं चुनावी मैदान में नहीं उतर सके, वहां उनकी पत्नी या करीबी रिश्तेदार को उम्मीदवार बनाकर चुनावी समर में उतारा गया. इस बार बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों के लिए पांच चरणों में हुए मतदान में कुल 3450 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई, जिनमें से 1038  यानी 30 फीसद उम्मीदवारों के  खिलाफ गंभीर आपराधिक मुक़दमे दर्ज हैं. साल 2010 में हुए विधानसभा चुनावों में 3058 उम्मीदवार मैदान में थे. जिनमें से 986 दागी थे. इसका सीधा सा मतलब यह है कि इस बार प्रत्येक दल ने दागी उम्मीदवारों पर ज्यादा भरोसा जताया. [Read More…]